Rashi

शनि की महादशा में शनि की साढ़ेसाती कहा जाता है। शनि ग्रह की साढ़ेसाती बहुत ही कष्टकारी मानी जाती है।

व्यक्ति के जीवन में कई तरह की परेशानियां और कष्ट झेलने पड़ते हैं। वर्ष की महादशा को शनि की साढ़ेसाती कहा जाता है। शनि ग्रह की साढ़ेसाती बहुत ही कष्टकारी मानी जाती है। शादी होने पर व्यक्ति के जीवन में कई तरह की परेशानियां और कष्ट झेलने पड़ते हैं।

साल 2022 में शनि ग्रह की साढ़ेसाती:

2022 में शनि मकर राशि में गोचर शनि एक से दूसरी राशि में जाने के लिए करीब ढाई वर्षो का समय लेते हैं। शनि सभी ग्रहों से सबसे मंद गति से चलने वाली ग्रह है। शनि की मंद गति के कारण इनका प्रभाव कई वर्षों तक रहता है। शनि की साढेसाती के तीन चरण होते हैं। इस समय धनु मकर कुंभ राशि वालों पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है। धनु राशि के जातक पर शनि की साढ़ेसाती का आखरी चरण चल रहा है। इस आर्टिकल में आप पढ़ रहे है शनि की साढ़ेसाती क्या होती है।

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2023 में शनि ग्रह की साढ़ेसाती:

फिर साल यानी साल 2023 में इन्हें से मुक्ति मिल जाएगी। कुंभ राशि वालों की बात करें तो कुंभ राशि वालों पर साढ़ेसाती का दूसरा चरण चल रहा है। जबकि मकर राशि पर पहला चरण है। अगले वर्ष शनि कुंभ राशि में आएंगे। तब मीन राशि के जातकों पर शनि की साढ़ेसाती का पहला चरण शुरू हो जाएगा। अगले साल 2023 में आने वाली कुंभ राशि में प्रवेश करेंगे। मिथुन और तुला राशि खत्म हो जाएगी और कर्क राशि और वृश्चिक राशि को शुरू हो जाएगी। धनु राशि की साढ़ेसाती से पूरी तरह मुक्त हो जाएंगे। मकर कुंभ और मीन राशि पर साढ़ेसाती जारी रहेगी।

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शनि की साढ़ेसाती से मुक्ति के उपाय क्या है:

किसी भी राशि पर शनि की साढ़ेसाती 3 चरणों में चलती है, पहला दूसरा और तीसरा व्यक्ति के अनुसार शनि की साढ़ेसाती का प्रभाव से मुक्ति के उपाय प्रभाव को कम करने के लिए भगवान को समर्पित होता है और हनुमान चालीसा का पाठ भगवान को समर्पित होता है और हनुमान चालीसा का पाठ, मंदिर में छाया दान करें, अंधे लोगों को समय समय पर खाना खिलाते रहे, सफाई कर्मी मजदूर और विधवाओं को कुछ ना कुछ दान करते रहे। हनुमान जी की शरण में रहे और नित्य हनुमान चालीसा पढ़े।

Shanidev

शनि की साढ़ेसाती में क्या करे और क्या ना करें:

शराब ना पिए, ब्याज का धंधा ना करें, ना ही झूठ बोले, पराई महिलाओं पर बुरी नजर ना रखें, अपने कर्मों को शुद्ध बनाए रखें, शनि से जुड़ी वस्तुएं जैसे की मंदिर में छाया दान करें, अंधे लोगों को समय समय पर खाना खिलाते रहे, सफाई कर्मी मजदूर और विधवाओं को कुछ ना कुछ दान करते रहे। हनुमान जी की शरण में रहे और नित्य हनुमान चालीसा पढ़। शराब ना पिए ब्याज का धंधा ना करें और ना ही झूठ बोले पराई महिलाओं पर बुरी नजर ना रखें अपने कर्मों को शुद्ध बनाए रखें। शनि से जुड़ी वस्तुएं दान करते रहे। कुत्ते और गाय को रोटी खिलाते रहे शनिवार के दिन पीपल के वृक्ष में जरूर चलाएं।

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